हजारों साल की विदेशियों की गुलामी के पश्चात् हमारे देश में अनेक क्रांतिकारियों ने जन्म लिया जिन्होंने अपने जीवन को दांव पर लगाकर देश को अंग्रेजों की दासता से मुक्ति के लिए संघर्ष किया असंख्य योद्धाओं ने अपने जीवन का बलिदान दिया,अनेक क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों के अत्याचारों को अपने जीवन का अंग बना लिया.ऐसे देशभक्तों, क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता सैनानियों को शत शत नमन. परन्तु उनकी कुर्बानियों के बावजूद देश की जनता को आजादी का वास्तविक लाभ नहीं मिला पाया. देश से गरीबी, अत्याचार,और अन्याय समाप्त नहीं हुआ, नेताओं द्वारा प्रायोजित सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार ने अपनी जड़ें जमा लीं और देश के विकास एवं प्रगति के लिए जनता त्रस्त होती रही. देश की ऐसी भयानक स्थिति को सुधारने के लिए आजादी के सत्तर वर्ष बाद देश का भाग्य जाग्रत हुआ और देश के लिए वास्तव में अवतार बन कर आये है दो संत, जिनका नाम है नरेंद्र मोदी जी जो देश के प्रधान मंत्री है और दूसरे हैं योग गुरु बाबा रामदेव.जिन्होंने देश की जनता के दुःख दर्द को दूर करने,और जन सामान्य को रोग मुक्त रखने के लिए योग का प्रचार प्रसार किया,और देश को विदेशी कम्पनियों की लूट से बचाने के लिए बड़े औद्योगिक संगठन की स्थापित करने का बीड़ा उठाया है. आईये देखते हैं कैसे,दोनों संत देश को पूरी तरह से समर्पित हैं,दोनों ही अथक परिश्रमी है, दोनों का देश के लिए किये जा रहे कार्य के बदले अपना कोई स्वार्थ नहीं है. उनका स्वार्थ है तो सिर्फ देश और देश की जनता का कल्याण करना और देश को दुनिया के समक्ष शक्तिशाली देश के रूप में स्थापित करना है.जिसके बदले में उन्हें अपने लिए अपने परिवार के लिए कुछ नहीं चाहिए. दोनों ही संत अपने पारिवारिक बंधनों से दूर हैं.
प्रधान मंत्री के रूप में अवतरित हुए नरेंद्र मोदी जी अब तक बने भारत के प्रधानमंत्रियों में सबसे अलग व्यक्तित्व वाले व्यक्ति है. जिनका उद्देश्य सिर्फ देश और देश की जनता का कल्याण करना है उनका अपना कोई पारिवारिक बंधन नहीं है. उनकी अपनी कोई भौतिक महत्वाकांक्षा नहीं है.पंद्रह वर्ष गुजरात का मुख्य मंत्री रहते हुए भी उन्होंने अपने लिए कोई बेंक बेलेंस नहीं बनाया, बल्कि जो धन वेतन या भत्तों के रूप में उनके पास एकत्र हुआ था, प्रधान मंत्री बनने के पश्चात गुजरात में ही दान दे दिया. उनका रहन सहन और खान पान बेहद साधारण स्तर का है, उनकी अपने कोई भी आर्थिक महत्वाकांक्षा नहीं है न ही किसी को उनसे भाई भतीजावाद की आशंका हो सकती है. क्योंकि वे अपने भाई अथवा अपने सम्बन्धी के लिए वरीयता निर्धारित करने के पक्ष में नहीं रहते. परन्तु फिर भी अब तक के प्रधान मंत्रियों में सर्वाधिक कार्य करने वाले प्रधान मंत्री हैं. गत तीन वर्ष के शासनकाल में उनकी उपलब्धिया अद्वतीय हैं.नोट बंदी के रूप में आर्थिक क्रांति लाकर तो सभी विरोधियों को हिला कर रख दिया,देश के दुश्मनों को सकते में ला दिया है.
मोदी सरकार के लगभग तीन साल का रिपोर्ट कार्ड
तीन साल में अनेको योजनाओं की शुरुआत की गयी है जिनका लाभ सीधा भारत की जनता को मिल रहा है।
1-प्रधानमंत्री जन धन योजना
2-प्रधानमंत्री आवास योजना*
3-प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना
4-प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
5-प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना
6-प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना
7-अटल पेंशन योजना
8-संसद आदर्श ग्राम योजना
9-प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
10-प्रधानमंत्री ग्राम सिंचाई योजना
11-प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजनाये
12-प्रधानमंत्री जन औषधि योजना
13-मेक इन इंडिया
14-स्वच्छ भारत अभियान
15-किसान विकास पत्र
16-सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम
17-डिजिटल इंडिया
18-स्किल इंडिया
18-बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना
20-मिशन इन्द्रधनुष
21-दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना
22-दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण 23-कौशल्या योजना
24-पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते योजना
25-अटल मिशन फॉर रेजुवेनशन एंड 26-अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (अमृत योजना)
27-स्वदेश दर्शन योजना
28-पिल्ग्रिमेज रेजुवेनशन एंड स्पिरिचुअल ऑग्मेंटशन ड्राइव (प्रसाद योजना)
29-नेशनल हेरिटेज सिटी डेवलपमेंट एंड ऑग्मेंटशन योजना (ह्रदय योजना)
30-उड़ान स्कीम
31-नेशनल बाल स्वछता मिशन
32-वन रैंक वन पेंशन (OROP) स्कीम
33-स्मार्ट सिटी मिशन
34-गोल्ड मोनेटाईजेशन स्कीम
35-स्टार्टअप इंडिया, स्टन्डप इंडिया
36-डिजिलोकर
37-इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम
38-श्यामा प्रसाद मुखेर्जी रुर्बन मिशन
सागरमाला प्रोजेक्ट
39-‘प्रकाश पथ’ – ‘वे टू लाइट’
40-उज्वल डिस्कॉम असुरन्स योजना
विकल्प स्कीम
41-नेशनल स्पोर्ट्स टैलेंट सर्च स्कीम
42-राष्ट्रीय गोकुल मिशन
43-पहल – डायरेक्ट बेनिफिट्स ट्रांसफर फॉर LPG (DBTL) कंस्यूमर्स स्कीम
44-नेशनल इंस्टीटूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (नीति आयोग)
45-प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना
46-नमामि गंगे प्रोजेक्ट
47-सेतु भारतं प्रोजेक्ट
48-रियल एस्टेट बिल
49-आधार बिल
50-क्लीन माय कोच
51-राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान – Proposed
52-प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
आज भी मोदी के आलोचक उनको एक जनता को भ्रमित करने वाले नेता के रूप में देखते हैं. उनके अनुसार मोदी जी ने सिर्फ लुभावने वायदे किये हैं, कुछ काम नही किया है। अब आईये देखते हैं हर साल कांग्रेस कितना काम करती थी
2011 -2जी स्पेक्ट्रम घोटाला 1,76,000 करोड़
2011 कॉमन वेल्थ घोटाला 70,000 करोड़
2010 आदर्श घर घोटाला 900 करोड़
2010 S बैंड स्पेक्ट्रम घोटाला 2,00,000 करोड़
2010खाद्यान घोटाला 35,000 करोड़
2009 चावल निर्यात घोटाला 2,500 करोड़
2009 उड़ीसा खदान घोटाला7,000 करोड़
2009 झारखण्ड खदान घोटाला 4,000करोड़
2009झारखण्ड मेडिकल उपकरण घोटाला130करोड़
2008हसन् अली हवाला घोटाला 39,120 करोड़
2008 काला धन 2,10,000 करोड
2008 स्टेट बैंक ऑफ़ सौराष्ट्र 95 करोड़
2008 सैन्य राशन घोटाला5,000 करोड़
2008 सत्यम घोटाला 8,000 करोड
2006पंजाब सिटी सेंटर घोटाला 1,500 करोड़
2006ताज कॉरिडोर घोटाला 175 करोड़
2005 आई पि ओ कॉरिडोर घोटाला1,000करोड़
2005 बिहार बाढ़ आपदा घोटाला 17 करोड़
2005 सौरपियन पनडुब्बी घोटाला 18,978करोड़
2003 स्टाम्प घोटाला 20,000 करोड़
2002 संजय अग्रवाल गृह निवेश घोटाला 600करोड़
2002कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज घोटाला 120करोड़
2001केतन पारिख प्रतिभूति घोटाला 1,000करोड़
2001UTI घोटाला 32 करोड़
2001 डालमिया शेयर घोटाला 595 करोड़
1998 टीक पौध घोटाला 8,000 करोड़
1998 उदय गोयल कृषि उपज घोटाला 210 करोड़
1997 बिहार भूमि घोटाला 400 करोड़
1997 सुखराम टेलिकॉम घोटाला 1,500 करोड़
1997 SNC पॉवेर प्रोजेक्ट घोटाला 374 करोड़
1997 म्यूच्यूअल फण्ड घोटाला 1,200 करोड़
1996 उर्वरक आयत घोटाला 1,300 करोड़
1996यूरिया घोटाला 133 करोड
1996चारा घोटाला 950करोड़
1995मेघालय वन घोटाला300करोड़
1995 प्रेफ्रेंशल अलॉटमेंट घोटाला 5,000 करोड़
1995दीनार घोटाला (हवाला) 400करोड़
1995कॉबलर घोटाला 1,000 करोड़
1995 वीरेंदर गौतम (कस्टम टैक्स) घोटाला 43करोड़
1994चीनी घोटाला 650 करोड़
1992हर्षद मेहता (शेयर घोटाला) 5,000 करोड़।।
बोफोर्स तोप घोटाला -राजीव गांधी 960करोड़
जितने भी उसके बाहर घूमने से परेशान है, वो यह भी जान लें की मोदी जी वहां हनीमून मनाने नहीं जाते ।। वह सुरक्षा मजबूत कर रहा है देश की ।आज तुम सबको को किसान दिख रहे हैं और जब यूरिया और खाद घोटाला हुये तो कुछ नही दिखा ।।मोदी को प्रधानमंत्री बने 1वर्ष हुआ की अच्छे दिन का ताना मारने लगे हैं कुछ लोग।
1.जवाहरलाल नेहरु 16 वर्ष 286 दिन। 2.इंदिरा गाँधी 15 वर्ष 91 दिन। 3.राजीव गाँधी 5 वर्ष 32 दिन। 4.मनमोहन सिंह 10 वर्ष 4 दिन। कुल मिला कर 47 वर्ष 48 दिन में अच्छे दिन को ढूंढ नहीं सकते और 1 वर्ष में हीं अच्छे दिन चाहिए। ये कैसा न्याय है??? ये कैसी राष्ट्रभक्ति है???? फल खाना है तो पेड़ बड़ा होने दो। भारत वासियों से विनम्र विनती, अगर अच्छे दिन चाहिए तो धैर्य रखें, आपने प्रधानमंत्री चुना है कोई जादूगर नहीं।
क्या इससे पहले देखा था,
की किसी प्रधानमंत्री का सगा छोटा_भाई, (श्री प्रल्हाद मोदी ) बिना किसी सुरक्षा के,आश्रम एक्सप्रेस की,जनरल बोगी से,दिल्ली जाकर राशन की दुकानदारो के, मार्जिन बढ़ाने के लिए,आन्दोलन करे ??? आज भारत में एक ऐसा प्रधानमंत्री है..!! जिसके परिवार के सभी सदस्य,अपनी मेहनत से कमाया हुवा खाते हैं ..!!
नरेंद्र मोदी जी के,अन्य चार भाई :—–
एक भाई – पेंशन याफ्ता है..!!
एक भाई – कारखाने में,लेथ मशीन चलाता है..!!
एक भाई – सुबह से शाम तक, सरकारी कोटे वाली राशन की दुकान में,चीनी-गेंहू-केरोसिन तौलता है..!!
एक भाई – सुचना विभाग में काम करता है..!!
“इकलौती”बहन का पति”, एलआईसी में,क्लास थर्ड से रिटायर है..! और वो- गुजरात के एक छोटे से गाँव में रहता है…!
नरेंद्र मोदी की #भतीजी ने,”प्रथम श्रेणी मे ग्रेजुएशन”करने के बाद, अच्छी नौकरी की आस में,निवास जाकर,”नरेंद्र मोदीजी”को,अपनी इच्छा जताने पर :–मोदीजी ने,अपनी जेब से 101₹ देते हुये कहा था :– बेटी – एक अकेली आप हकदार नहीं..बल्कि सारे गुजरात की बेटीया मेरी हैं..! मैं -उनके साथ,”अन्याय”नहीं कर सकता..!! आपको मेरा आशिर्वाद है..”स्पर्धा परीक्षा”की तैयारी कर, अपना मुकाम स्वयं हासिल करो..!!”
आज जरा कोई मंत्री क्या बन गये..अरे मंत्री छोड़ो,जरा सी सत्ता क्या हासिल कर ली..! अपने परिवार..सगे..संबंधी..मामा..भांजे..जिजा..साले..सबको,फायदा पहुचाने, और कमाने,की होड लग जाती है..!!
अब आप ही बताये..ऐसे “कालजयी_व्यक्तित्व”का, मैं -सम्मान नहीं करू, तो क्या करु..?? यदि ,मेरी बातों से आप संतुष्ट नहीं हैं..तो मुझे बताए..? ? अरविन्द_केजरीवाल के घर वाले क्या करते हैं ?, राहुल_गांधी के घर वाले क्या करते हैं ?, लालू_यादव के घर वाले क्या करते हैं ?,मुलायम_यादव के घर वाले क्या करते हैं ?,मायावती के घर वाले क्या करते हैं ?, इनके अलावा- जिनका भी नाम, आपको याद आये,उनका नाम बताएं..???
67 साल पहले- एक गुजराती ने देश को”अंग्रेजों”से,”मुक्त”किया था !! अब 67 साल बाद,एक गुजराती ने,देश को”कांग्रेस”से,”मुक्त”किया है !! पहले वाला-गुजराती ‘नोटो’ पर छा गया !!! अभी वाला-गुजराती ‘वोटों’ पर छा गया !! ऐ दोस्त – खिडकिया खोल के देखने दे,मुझे ..????? मेरे वतन की,”नई तस्वीर”बन रही है !!!
मोदी जी के पास दुबई में कोई फ्लेट नहीं ही और न ही दिल्ली में उनका अपना कोई फ्लेट है.एक फ्लेट अहमदाबाद में मुख्यमंत्री के कोटे के अंतर्गत प्राप्त हुआ था वह भी उन्होंने दान कर दिया.मुख्यमंत्री एवं प्रधान मंत्री की हैसियत मिलने वाले उपहार उनके नहीं बल्कि देश की संपत्ति बन जाते हैं. मोदी जी माता जी 8*8 के कमरे में अपना जीवन बिताती हैं.मोदी जी PM के रूप में सरकारी आवास में रहते हुए अपने खाने पीने और मोबाइल का बिल स्वयं वहन करते हैं.ऐसे PM पर सभी देश वासियों को गर्व होना चाहिए .
दूसरी और बाबा रामदेव ने पूरे देश को स्वस्थ्य बनाने,और विदेशी कम्पनियों के औषधि उत्पादों द्वारा हो विदेशी कम्पनियों की लूट से मुक्ति दिलाने के लिए अपने सफर का प्रारंभ योग के प्रचार प्रसार से किया और अपने को शीघ्र ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग गुरु के रूप में स्थापित किया और देश का गौरव बढाया और देश को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई, उसके पश्चात् देश की जनता को साफ़ शुद्ध स्वास्थ्यप्रद खाद्य सामग्री एवं आयुर्वेदिक दवाओं का उत्पादन का बीड़ा उठाया ताकि जनता के स्वास्थ्य को कम से कम खर्च में ठीक रखा जा सके.उसके पश्चात् जनता को विदेशी कम्पनियों द्वारा की जा रही लूट से बचाने के लिए स्वदेशी अपनाओ की योजना तैयार कर अनेक प्रकार की औषधियों के साथ साथ दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुओं का भी उत्पादन करना शुरू किया. प्रथम बार किसी उद्योगपति ने कहा है की वह अपने व्यापार की कमाई को सिर्फ जनहित में लगाएगा. उसका अपना कोई बैंक बेलेंस नहीं है उसका अपना कोइ विलासिता पर खर्च नहीं है, वह ब्रह्मचारी है अतः कोई भाई भतीजावाद की आशंका नहीं है. जिसके लाभ के लिए उसे कोई कार्य करने की आवश्यकता है. उसे तो बस जिद है की देश की जनता का कल्याण करे,उसे रोग मुक्त जीवन मिले, उसे सुखी और समृद्ध बनाये और अपने देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन करे. ऐसा निस्वार्थ उद्योगपति देश पूरे विश्व में कही नहीं पैदा हुआ. उसका कारोबार जितनी तेजी से आगे बढ़ा है और सैंकड़ो वर्षों से स्थापित बड़ी बड़ी विदेशी कम्पनियों की नीवें हिला कर रख दी है. बहुत शीघ्र ही देश के सबसे बड़े उद्योग में बदल जाने की पूरी सम्भावना है मजेदार बात यह भी है की उनके कारोबार ने लाखों लोगो को रोजगार उपलब्ध कराया है.आज उनका व्यापार एवं उद्योग लोक प्रियता के शिखर पहुँच चुका है और निरंतर प्रगति जारी है.
इस प्रकार एक संत देश की प्रशासनिक व्यवस्था को दुरुस्त कर जनता को राहत देने को कृतसंकल्प है तो दूसरा संत आम जनता को रोग मुक्त कर समृद्ध और गुणवत्ता वाला जीवन देने को तत्पर है.