आरक्षण बना गले की हड्डी
{ हमेशा चलने वाली आरक्षण व्यवस्था आरक्षित वर्ग को बैसाखी के सहारे की आदत बन जाती है, उसे धूप से बचने के लिए हमेशा छाता चाहिए. अतः उसे कभी भी स्वस्थ्य प्रतिद्वंद्विता का स्वाद चखने को नहीं मिलेगा और उसके विकास का रास्ता हमेशा के लिए समाप्त हो जायेगा. उस वर्ग में कभी विद्वान् नहीं … More आरक्षण बना गले की हड्डी